इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न (Inside Bar Candlestick Chart Patterns)
इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न (Inside Bar Candlestick Chart Patterns):- इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न को जापानी कैंडलस्टिक चार्ट भी कहा जाता है। तकनीकी विश्लेषण में उपयोग किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण फाइनेंशियल टूल में से एक हैं। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का उपयोग स्टॉक में हमेशा इक्विटी, फॉरेक्स, करेंसी और कमोडिटी ट्रेडिंग आदि प्राइस के उतार-चढ़ाव पर नज़र रखने के लिए किया जाता है। मल्टीपल कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न कई तरह के होते हैं। जिनमें से एक इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न हैं। जो दो कैंडल के द्वारा बनता हैं। इन्हें सही ढंग से पढ़कर और समझकर खरीद(Buy) या बिक्री(Sell) ऑर्डर को एक्सेक्यूट करना महत्वपूर्ण है।
इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न के प्रकार (Types of Inside Bar Candlestick Chart Patterns):-
- बुलिश इनसाइड बार चार्ट पैटर्न (Bullish Inside Bar Chart Patterns)
- बेयरिश इनसाइड बार चार्ट पैटर्न (Bearish Inside Bar Chart Patterns)
बुलिश इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न (Bullish Inside Bar Candlestick Chart Patterns):-
बुलिश इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की रचना दो कैंडल के द्वारा बनता हैं। दोनों कैंडल का रंग (Color) महत्वपूर्ण है, पहला कैंडल का रंग लाल (Bearish) और दूसरा कैंडल का रंग हरा (Bullish) होना चाहिए। दोनों कैंडल को देखने पर ऐसा लगे कि पहला कैंडल दुसरे कैंडल कि रियल बॉडी के अन्दर आ जायेगा। बुलिश इनसाइड बार कैंडल डाउन ट्रेंड में एकदम निचे बॉटम (Bottom) में बनना चाहिए।
बुलिश इनसाइड बार कैंडल (Bullish Inside Bar Candle) बनने से पहले स्टॉक डाउन ट्रेंड में होता है, प्राइस और निचे जाता रहता है।
बुलिश इनसाइड बार कैंडल बनने के पहले दिन वाला कैंडल लाल रंग का (Bearish) कैंडल बनता है, और स्टॉक डाउन ट्रेंड में रहता है, जिससे हमें कन्फर्मेशन मिलता है की मार्किट में मंदी है, दुसरे दिन वाला हरा रंग का (Bullish) कैंडल बनता है, और इस कैंडल का ओपन प्राइस(Open price), कम प्राइस(Low price), उच्च प्राइस(High price), और बंद प्राइस(Close price) पहले दिन वाला लाल रंग के (Bearish) कैंडल के अन्दर ही इसका रियल बॉडी आ जाता है।
इस तरह एक बुलिश इनसाइड बार कैंडल बनने से आगे के लिए अनुमान लगाया जाता है, कि स्टॉक का जो पिछला मंदी (Downtrend) चला आ रहा था, वो अब ख़त्म हो जायेगा, और अब आगे मार्केट बुलिश रहेगा, इसलिए ट्रेडर को सही से कैंडल को समझकर खरीदरी (Buy) ऑर्डर को एक्सेक्यूट करना चाहिए, और लॉन्ग पोजीशन (Long Position) बनानी चाहिए। बुलिश इनसाइड बार कैंडल की संरचना नीचे दी गई है।
बेयरिश इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न (Bearish Inside Bar Candlestick Chart Patterns):- बेयरिश इनसाइड बार कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की रचना दो कैंडल के द्वारा बनता हैं। दोनों कैंडल का रंग (Color) महत्वपूर्ण है, पहला कैंडल का रंग हरा (Bullish) और दूसरा कैंडल का रंग लाल (Bearish) होना चाहिए। दोनों कैंडल को देखने पर ऐसा लगे कि पहला कैंडल दुसरे कैंडल कि रियल बॉडी के अन्दर आ जायेगा। बेयरिश इनसाइड बार कैंडल अप ट्रेंड में एकदम उपर टॉप (Top) में बनना चाहिए।
बेयरिश इनसाइड बार कैंडल (Bearish Inside Bar Candle) बनने से पहले स्टॉक अप ट्रेंड में होता है, प्राइस और उपर जाता रहता है।
बेयरिश इनसाइड बार कैंडल बनने के पहले दिन वाला कैंडल हरा रंग का (Bullish) कैंडल बनता है, और स्टॉक अप ट्रेंड में रहता है, जिससे हमें कन्फर्मेशन मिलता है की मार्किट में तेजी है, दुसरे दिन वाला लाल रंग का (Bearish) कैंडल बनता है, और इस कैंडल का ओपन प्राइस(Open price), कम प्राइस(Low price), उच्च प्राइस(High price), और बंद प्राइस(Close price) पहले दिन वाला हरा रंग के (Bullish) कैंडल के अन्दर ही इसका रियल बॉडी आ जाता है।
इस तरह एक बेयरिश इनसाइड बार कैंडल बनने से आगे के लिए अनुमान लगाया जाता है, कि स्टॉक का जो पिछला तेजी (Uptrend) चला आ रहा था, वो अब ख़त्म हो जायेगा और अब आगे मार्केट बेयरिश रहेगा, इसलिए ट्रेडर को सही से कैंडल को समझकर बिकवाली (Sell) ऑर्डर को एक्सेक्यूट करना चाहिए, और शार्ट पोजीशन (Short Position) बनानी चाहिए। बेयरिश इनसाइड बार कैंडल की संरचना नीचे दी गई है।
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