शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग (Short-term Trading)

शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग (Short-term Trading)

शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग (Short-term Trading) :-  जब खरीद और बिक्री के बीच की अवधि  एक साल के भीतर में होती है, तो इसे शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग माना जाता है। शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में पैसा कमाना आसान नहीं है। इसके लिए न केवल बहुत अधिक धैर्य और अनुशासन की आवश्यकता होती है, बल्कि अन्य बातों के साथ-साथ बहुत अधिक शोध और बाजार की अच्छी समझ की भी आवश्यकता होती है।आप इंट्राडे ट्रेडिंग की तुलना में आसानी से अपनी एंट्री और एग्जिट की योजना बना सकते हैं, जिसमें एक विशिष्ट स्तर की विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।

  • देखी-देखी मानसिकता से बचें( Avoid the seen-saw mentality):- यदि आप शेयर बाजारों में अपनी मेहनत की कमाई को खोना नहीं चाहते हैं तो आपको हमेशा देखी-देखी वाली मानसिकता से बचना चाहिए। आपके परिचितों, पड़ोसियों या रिश्तेदार किसी विशेष स्टॉक में निवेश कर रहे हैं, तो संभव है कि आप की प्रवृत्ति भी उस विशेष स्टॉक में निवेश करने के लिए काफी प्रभावित होती है, लेकिन यह रणनीति दीर्घकाल में उलटी पड़ने वाली है। दुनिया के सबसे बड़े निवेशक वारेन बफेट निश्चित रूप से गलत नहीं थे जब उन्होंने कहा, “जब दूसरे लालची हों तो भयभीत हों, और जब दूसरे भयभीत हों तो लालची बनें!”
  • बाजार को समयबद्ध करने की कोशिश (Trying to time bound the market):-किसी कंपनी में निवेश करने से पहले, आपको यह जानना चाहिए कि कंपनी किस व्यवसाय में है। आप जिस कंपनी का व्यवसाय समझते हैं, उसके स्टॉक में निवेश करें । बाजार को समयबद्ध(Time bound) करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। वारेन बफेट भी नहीं करते हैं, हालांकि व्यक्तिगत शेयरों के लिए उचित मूल्य स्तरों पर उनका बहुत मजबूत दृष्टिकोण है। अधिकांश निवेशक इसके ठीक विपरीत करते हैं, और इस प्रक्रिया में अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं। इसलिए आपको कभी भी बाजार को समयबद्ध करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में अस्थिरता(Volatility in short-term trading):- शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में अस्थिरताओं के कारण अल्पकालिक ट्रेडिंग में शामिल होने के दौरान आप महत्वपूर्ण राशि खो सकते हैं.

 

शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग एक  तेजी से पैसे बनाने का साधन (Short-term trading a way to make fast money): इस विधि के माध्यम से ट्रेड के लाभ को थोड़े समय में साकार किया जा सकता है। आप शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग करके दुसरे दिन से लेकर एक साल के भीतर लाभ अर्जित कर सकते हैं, या इंट्राडे ट्रेडिंग करके एक दिन के भीतर लाभ अर्जित कर सकते है।

 

  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में समय का जरूरत(The need of the hour in short-term trading):शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में समय देना बहुत जरूरी है. खरीद और बिक्री के निर्णय लेने के लिए आपको निरंतर बाजार की जांच करनी होगी.
  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में रिस्क(Risk in short-term trading):शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग  में कोई ट्रेड पर गलत निर्णय लिया गया हो तो आप इन्वेस्ट की गई पूंजी को मुक्त कर सकते हैं और इसे नए स्टॉक में फिर से इन्वेस्ट कर सकते हैं. क्योंकि पूंजी कम समय के लिए जोखिम पर है.
  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में तनाव(Stress in short-term trading):- शेयर बाजारों की अप्रत्याशितता से आपकी पूंजी की भविष्य की स्थिति जानना मुश्किल हो जाता है, इसके कारण आपके तनाव का स्तर बढ़ सकता है.
  • अनुशासित निवेश दृष्टिकोण(Disciplined investment approach):- अपने निवेश को धैर्यपूर्वक बनाए रखने और अनुशासित निवेश दृष्टिकोण का पालन करने में समझदारी है। अस्थिरता ने बड़े बुल रन के बावजूद अनिवार्य रूप से निवेशकों को पैसे गंवाने पर मजबूर कर दिया है। जो निवेशक सही शेयरों में व्यवस्थित रूप से पैसा लगाते हैं, उन्हें शानदार रिटर्न मिलते देखा गया है।
  • भावनाओं के साथ अपना निर्णय न करें(Do not your judgement with emotions):- भावनाएँ विशेष रूप से भय और लालच को नियंत्रित करती है, भय और लालच के कारण निवेशक शेयर बाजारों में पैसा खो रहे हैं। धन का लालच तब और बढ़ जाता है, जब निवेशक कम समय में शेयर बाजार में शानदार रिटर्न की उम्मीद करते है, और जब बाजार में इनकी धारणा उलटी पड़ जाती है। तब निवेशक घबराते हैं, और अपने शेयरों को बेहद कम कीमतों पर बेचते हैं। इस प्रकार भय और लालच निवेश करते समय महसूस होने वाली सबसे बुरी भावनाएँ हैं, इसलिये उनके द्वारा नियंत्रित नहीं होना बेहतर है।

 

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